माता और पिता -By Ashish George

 

माता और पिता  - एक निस्वार्थ प्यार की पहचान 



माता और पिता 
यह एक शब्द मात्र ही नहीं, 
एक रिश्तो की दुनिया है 
जहाँ एक इंसान की हर जरूरते उनमे पूरी होती है ||

यह दो वो स्तम्भ है, 
जिस पर एक इंसान का अस्तित्व टिक्का हुआ होता है, 
यह वो प्यार है,
जिसे हर इंसान पाना चाहता है ||

यह वो धन है, 
जिसे हर इंसान प्राप्त करना चाहता है,
यह वो ज़िंदगी की आदते है, 
जिसे एक इन्सान कभी नहीं छोड़ना चाहता है || 

यह वो रस्ते है,
 जिस पर हर इंसान चलना चाहता है,
यह वो ऊंचाई है,
जहाँ पर हर इंसान पहुंचना चाहता है ||

यह वो पल है,
जिसमे हर इंसान अपनी ज़िंदगी बिता देना चाहता है, 
यह वो सुरक्षित किनारा है, 
जहाँ हर इंसान अपनी डूबती नैया को पनाह देना चाहता है || 

यह दो वो हाथ है, 
जिसे हर इंसान अपनी हर तकलीफो में अपने हाथो में चाहता है, 
यही तो होते है माता - पिता, 
जिनके बगैर इंसान एक पल भी अपनी ज़िंदगी के गुजारना नहीं चाहता है ||


Take care of them,they were with us in all our troubles !!

Make them sure, that this son is always with you in all stages of their life !!